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डायबिटीज हार्ट अटैक का कारण बन सकता है? कार्डियोलॉजिस्ट से जानिए हार्ट पर कैसे असर डालती है बढ़ी हुई ब्लड शुगर

मधुमेह और हृदय रोग के बीच संबंध

मधुमेह वाले लोगों के लिए हार्मोनल संतुलन बहुत महत्वपूर्ण होता है। जब हमारे शरीर में यह संतुलन बिगड़ता है, तो इससे हार्ट रेट पर प्रभाव पड़ता है। हार्ट रेट वह मात्रा है जो हमारे दिल के लिए कितनी महनतशीली है। इस तरह का ब्लड शुगर में फ्लक्चुएशन हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो सकता है।

डायबिटीज से जूझ रहे व्यक्ति को हाई ब्लड शुगर से नहीं सिर्फ अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ अपने हृदय के लिए भी सतर्क रहना चाहिए। हाई शुगर लेवल के कारण हार्ट को नुकसान पहुंच सकता है जो आपके दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

अगर हमारा ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, तो इससे हमारे हृदय पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। हाई शुगर उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के संकेतों को बढ़ा सकता है, जो हार्ट अटैक और सांस लेने में कठिनाइयों का कारण बन सकते हैं।

इसलिए, मधुमेह और हृदय रोगों के बीच संबंध को समझना और उसके जोखिम को कम करना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमें नियमित रूप से जांच, नियंत्रण और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए ताकि हम इस जोखिम को कम से कम बना सकें।

हाई ब्लड शुगर और हृदय रोग

डायबिटीज के मरीजों में हृदय रोगों का ज्यादा खतरा होता है। इसके पीछे मधुमेह वाले लोगों में हार्मोनल संतुलन की बिगड़ती स्थिति है। इससे उनके ब्लड शुगर में अनियमितता आती है जो उनके हार्ट रेट पर सीधा प्रभाव डालती है।

हाई ब्लड शुगर स्तर अगर बढ़ जाए तो यह हार्ट के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। अधिक शुगर हार्ट की संवेदनशीलता को बढ़ाती है जिससे हार्ट की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं और इससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।

इसलिए, डायबिटीज मरीजों को नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर स्तर का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वे अपने हृदय के स्वास्थ्य को बिल्कुल सही रख सकें।

कुछ महत्वपूर्ण बातें हृदय रोग और मधुमेह रोगियों के लिए:

इन सरल बातों का पालन कर के आप अपने हृदय की सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।

बढ़ी हुई ब्लड शुगर का हार्ट पर प्रभाव

हाई शुगर लेवल और उसका हार्ट पर प्रभाव

जब हमारे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर अधिक हो जाता है, तो इससे हमारे हृदय पर बुरा असर पड़ सकता है। मधुमेह वाले लोगों में यह सामान्य समस्या है क्योंकि उनके शरीर में हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है।

जब ब्लड शुगर में फ्लक्चुएशन आती है, तो यह हमारे हृदय रेट पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। माना जाता है कि शुगर के अधिक स्तर से हृदय की क्रियाशक्ति कम हो जाती है जिससे ह्रदय रोग की संभावना बढ़ जाती है।

डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों में हृदय रोगों का जोखिम बढ़ जाता है। उच्च शुगर स्तर से रक्त को पर्याप्त मात्रा में पहुंचाने में असमर्थ हो सकता है जिससे हृदय को नुकसान पहुंच सकता है।

इसलिए, हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि हृदय रोगों का कारण बनने से बचा जा सके। नियमित व्यायाम, सही आहार और डॉक्टर की मार्गदर्शन से इस समस्या का समाधान संभव है।

निष्कर्ष

#डायबिटीज#हार्ट अटैक#ब्लड शुगर#हार्मोनल संतुलन#हाई शुगर लेवल#हृदय रोग#रिस्क#हार्ट का नुकसान