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शरीर में किसी भी समय दिख सकते हैं किडनी डैमेज के ये 5 लक्षण, सुबह उठते ही शरीर के इन बदलावों पर रखें नजर

यूरिन में बदलाव (Change in the urine)

यूरिन में बदलाव (Change in the urine):

किडनी डैमेज के शुरुआती लक्षणों में से एक यह है कि व्यक्ति के यूरिन में बदलाव आ सकता है। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है, तो शरीर में यूरिन की मात्रा, रंग, गंध या दूसरी विशेषताएं बदल सकती हैं।

मुझे अक्सर लगता था कि ज्यादा पानी पीने से यूरिन की मात्रा बढ़ सकती है, लेकिन जब मेरा यूरिन अचानक गहरा होने लगा, तो मैंने इसे सीरियस लेने का निर्णय किया। ऐसी स्थितियों में अपने डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे बेहतर होता है।

किडनी की सेहत को लेकर सकारात्मक बदलाव को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए, यदि आपका यूरिन किसी भी तरह का असामान्य बदलाव दिखाता है, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

मल में बदलाव (Change in the stool)

मल में बदलाव (Change in the stool)

किडनी डैमेज के लक्षणों में मल में बदलाव भी हो सकता है, जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है, तो शरीर में कई बदलाव आ सकते हैं। यह मल में बदलाव भी एक इसका ही प्रमुख लक्षण हो सकता है। मुख्य बात यह है कि इसे बेहद सीरियसली लेना चाहिए।

मल में बदलाव के लक्षणों में से कुछ मुख्य हैं जैसे की मल की रंगत में परिवर्तन, आकार में बदलाव, मल की संख्या में परिवर्तन इत्यादि। मेरी सलाह है कि आप अगर ऐसे किसी लक्षण को अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

किडनी के समस्याओं के इन लक्षणों को समझना बेहद महत्वपूर्ण है। भले ही ये सामान्य समस्याएं जैसे मल में बदलाव इत्यादि लग सकती हैं, परंतु इन्हें गंभीरता से न लेना हो सकता है।

Note: किडनी के संकेत नजरअंदाज न करें और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

स्किन में बदलाव (Change in the skin)

किडनी के समस्याओं के आने पर स्किन में बदलाव आ सकता है, जैसे कि खुजली, सूजन या रैश। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है, तो शरीर में इस तरह के बदलाव दिखाई देने शुरू हो सकते हैं।

स्किन में खुजली या त्वचा पर अनूबंध सूजन का उत्पन्न होना भी किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो चिकित्सक से संपर्क करना जरुरी है।

मरीज को यह ध्यान में रखना चाहिए कि किडनी के विकारों के मरकदंड पर त्वचा पर दिखने वाले बदलावों को लेकर सतर्क रहना जरुरी है।

किडनी की समस्याओं के आने पर त्वचा में होने वाले इन बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

नींद में बदलाव (Change in the sleep)

किडनी डैमेज के लक्षणों में सोने की समस्या भी शामिल हो सकती है। अगर रोजाना नींद ना आना एक लम्बे समय से हो रहा है, तो इसे भी ध्यान में रखना चाहिए।

अगर मैं रोज रात को सोने की कोशिश करता हूं और मुझे लगातार सोते वक्त उठना पड़ता है, तो यह किसी अंदर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है। सोने में किसी विशेष परेशानी के कारण नींद की गंभीर समस्या हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इसे मैंने भी पहले महसूस किया था और उस समय मैंने इसे गंभीरता से लिया था।

ऐसे मामलों में, स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है। किडनी समस्याओं के लिए सही उपचार और सलाह प्राप्त करना हमें समस्या से निपटने में मदद कर सकता है। इसलिए, आप में से अगर किसी को भी यह समस्या है तो शीघ्र ही डॉक्टर से मिलने का प्रयास करें।

लक्षण का जाँच: नींद में बदलाव को गंभीरता से लेना चाहिए। इसे हल न करने पर आने वाली चिकित्सा की स्थिति भी मजबूत कर सकती है।

एक अंतिम विचार: सोने में समस्या होने पर अपने व्यवहार और दिनचर्या में अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। किडनी समस्याओं के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और सीधे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

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