World Arthritis Day: दवाएं ही नहीं डाइट में ये 8 चीजें भी आर्थराइटिस के मरीजों के लिए जरूरी, एक्सपर्ट्स से जानें सही डाइट
मछली (Fish for arthritis)
मछली (Fish for arthritis)
आर्थराइटिस में मछली का सेवन करना एक बहुत ही फायदेमंद तरीका है। मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ के साथ-साथ जोड़ों की सुजन को कम करने में मदद करता है।
मछली में प्रोटीन, विटामिन D, और सेलेनियम भी होता है जो गठिया के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। मछली में पाए जाने वाले विटामिन डी की कमी गठिया के मरीजों के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है, और इसलिए मछली का सेवन उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
मछली खाने से पहले सही ढंग से पकाना और अच्छे से साफ करना महत्वपूर्ण है। स्थानीयत: यदि मेक्सिकन या थाई मछली जैसे प्रकार की मछली खरीदते हैं, तो ध्यान देना की उसे ठीक से पकाकर और ताजगी से भोजन करना चाहिए।
तो समझ गए ना, मछली का सेवन करने के कितने फायदे हैं। इस विश्व गठिया दिवस पर, अपने भोजन में मछली को शामिल करके अपने व्यायाम और इलाज को पूरा करें।
बेरीज फ्रूट (Berries fruit for arthritis)
गठिया के मरीजों के लिए बेरीज फलों के उपयोग और फायदे।
बेरीज फल गठिया के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। इनमें विटामिन सी, फाइबर, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन्हें आराम प्रदान करने वाले होने के साथ-साथ इन्हें रोगी की तंतुएं भी मजबूत करने में सहायक होते हैं।
ब्लूबेरीज और स्ट्रॉबेरीज जैसे बेरीज फलों में विटामिन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये फल गठिया के मरीजों की संभावना को कम कर सकते हैं और उनकी रक्त संरचना को भी सुधार सकते हैं। इनका सेवन रोगी को जोर और ताकत देता है जिससे उन्हें अपनी रोज़मर्रा की गतिविधियों को पार करने में मदद मिलती है।
इसलिए, गठिया के मरीजों को अपनी डाइट में बेरीज फल जरूर शामिल करना चाहिए ताकि उन्हें इसके अनेक स्वास्थ्य लाभों का लाभ मिल सके।
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सूखे मेवे व बीज (Dry fruits and seeds for arthritis)
सूखे मेवे व बीज (Dry fruits and seeds for arthritis)
आर्थराइटिस में सूखे मेवे और बीजों का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। ये भोजन हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
हमें दैनिक जीवन में सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम, अखरोट और किशमिश का समावेश करना चाहिए। ये मेवे विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देते हैं।
मेवों में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है जो एक स्वस्थ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए उत्तम होती है।
इसके साथ ही, बीज जैसे तिल, चिया, और कद्दू के बीज आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
विश्व गठिया दिवस पर, हमें सूखे मेवे व बीजों के सेवन का महत्व समझना चाहिए और इन्हें हमारे भोजन में शामिल करना चाहिए।
हरी सब्जियां (Green vegetables for arthritis)
हरी सब्जियां (Green vegetables for arthritis)
गठिया के रोगियों के लिए हरी सब्जियों का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हरी सब्जियां भरपूर एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स, और मिनरल्स से भरपूर होती हैं जो हमारे शरीर के लिए उपयोगी होते हैं।
हरी सब्जियों में फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है, जो पाचन सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। मैं ज्यादातर पालक, मेथी, गोभी, गाजर, तोमेटो, और शलगम जैसी हरी सब्जियां प्रिय करता हूँ।
विश्व गठिया दिवस के मौके पर डॉक्टर ने बताया कि हरी सब्जियों का सेवन करना गठिया के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। ये सब्जियां दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं और साथ ही स्वस्थ रहने में भी सहायक हो सकती हैं।
इसलिए, अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करके गठिया के लिए एक स्वस्थ और पौष्टिक राहत पा सकते हैं।
हल्दी व अदरक (Turmeric and ginger for arthritis)
हल्दी और अदरक (Turmeric and ginger for arthritis)
हल्दी और अदरक आर्थराइटिस के लिए लाभकारी होते हैं। इनमें सम्पूर्णतः प्राकृतिक गुण होते हैं जो इस जटिल रोग को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
हल्दी गठिया के संबंधित दर्द को कम करने में मददगार होती है। हल्दी में कर्कुमिन नामक प्रभावशाली तत्व पाया जाता है जो अल्बुमिनोइड्स की संख्या को कम करने और स्थिरता बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके सेवन से जोड़ों की सुजन में भी राहत मिल सकती है।
अदरक में भी गठिया के लिए उपयोगी गुण पाए जाते हैं। इसमें 'जिंजरोल' नामक एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होता है जो शरीर में दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
हल्दी और अदरक को अनेक रूपों में सेवन किया जा सकता है। इन्हें पाउडर रूप में दूध या दही के साथ ले सकते हैं या फिर सब्जी में भी इनका उपयोग किया जा सकता है।
इस वर्ल्ड आर्थराइटिस डे पर, हमें स्वस्थ आहार के महत्व को समझना चाहिए। हल्दी और अदरक जैसे प्राकृतिक उपायों से हम अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।
जैतून का तेल (Olive oil for arthritis)
जैतून का तेल, आर्थराइटिस के लिए अत्यंत फायदेमंद है। इसमें मौजूद ऑलिवेनॉलिक एसिड आर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
जैतून के तेल में विटामिन ई के आंतरिक और बाह्य उपयोग से अलग-अलग तरह के आर्थराइटिस में लाभ प्रदान कर सकता है।
मुझे डॉक्टर द्वारा जैतून के तेल के अंदर शामिल भोजन में इस्तेमाल करने का सुझाव मिला था। सोचा एक बार ट्राई करता हूं।
इस तरीके से आप अपने आर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है, और आपके जीवन को सुखद बना सकता है।
खट्टे फल (Citrus fruits for arthritis)
खट्टे फल (Citrus fruits for arthritis)
गठिया में खट्टे फलों का सेवन करना न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें गठिया रोगियों के लिए कई अनेक फायदे छिपे होते हैं। खट्टे फल जैसे लीमू, नारंगी, मौसमी, अमरूद आदि में Vitamin C की अधिक मात्रा मोजूद होती है जो आर्थराइटिस के लिए बहुत लाभकारी होता है।
विश्व गठिया दिवस के अवसर पर यह जरूरी है कि हम सही मात्रा में खट्टे फलों का सेवन करें ताकि हमारा सेहतमंद रहे। यह फल अन्य कारगर उपायों के साथ संयुक्त रूप से ले सकते हैं ताकि इसके लाभ भी हमें पूरे मात्रा में मिल सकें।
खट्टे फलों का सेवन करने से शरीर में विटामिन C की पोषण की कमी पूरी होती है और यह जोड़ों की सुजन को कम करने में मदद करता है। इन फलों में प्रचुर मात्रा में फाइबर भी होता है जो शारीरिक शक्ति बढ़ाने में सहायक होता है और तकलीफ को राहत पहुंचाता है।
इन फलों की ताजगी और पोषण से भरपूरता हमें अच्छे स्वास्थ्य की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक होती है, खासकर गठिया जैसी बीमारी के मरीजों के लिए। इस सभी का सही मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर को विटामिन और पोषक तत्व मिलते हैं, जो गठिया के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।